हूं।तेजेंद्रपाल सिंह बग्गा और उनके साथियों को इस साहस पूर्ण कार्य के लिए बधाई देता हूं।

भ्रष्टाचार के विरूद्ध मिले अपार जनसमर्थन से बौराये टीम अन्ना के सदस्यों को यह समझना चाहिए कि देश विरोधी बयानबाज़ी को  अब यह देश  बर्दाश्त करने  के मूड में नहीं है।स्यूडो इंटेक्चुअल्स को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कुछ भी  बोलने का अधिकार नहीं है।मैं भगतसिंह क्रांतिसेना द्वारा प्रशांतभूषण की पिटाई का समर्थन करता हूं।तेजेंद्रपाल सिंह बग्गा और उनके साथियों को इस साहस पूर्ण कार्य के लिए बधाई देता हूं।

टिप्पणियाँ

Bharat Swabhiman Dal ने कहा…
किसी भी सच्चे भारतीय के लिए देश प्रथम होता है , व्यक्ति बाद में । देशद्रोही की भाषा बोलने वाले टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण के साथ तेजेंद्रपाल सिंह बग्गा और उनके साथियों का व्यवहार राष्ट्र हितेषी होने के कारण प्रशंसा के योग्य है । मैं इन तीन वीरों की वीरता को नमन करता हूँ ।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हिंदी के विकास में विदेशी विद्वानों का योगदान

विभाजन और साम्प्रदायिकता के स्रोत: सर सैय्यद अहमद खान

अरविंद पथिक: शांति दूत